Buckingham Palace: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का 96 साल की उम्र में गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में अंतिम सांस ली। ब्रिटेन की महारानी जिस महल में रहती थीं, उसका नाम बकिंघम पैलेस है। यह महल किसी 7 स्टार होटल से भी ज्यादा लग्जरी है। इसके सामने बड़े-बड़े महल भी फीके नजर आते हैं। आइए जानते हैं बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) की खासियत।

ड्यूक ऑफ बकिंघम ने 1703 में लंदन में रहने के लिए एक विशाल टाउन हाउस बनवाया था। इसे ही आज बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) के नाम से जाना जाता है।

1837 ईस्वी में पहली बार महारानी विक्टोरिया ने बकिंघम पैलेस को अपना आधिकारिक निवास बनाया था। महारानी विक्टोरिया बकिंघम पैलेस में रहने वाली पहली महारानी थीं।

द बिजनेस टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के शाही परिवार का घर बकिंघम पैलेस दुनिया का सबसे महंगा घर है। इसकी कीमत करीब 1.3 बिलियन पाउंड यानी (1 खरब 19 अरब 60 करोड़ रुपए) है।

बकिंघम पैलेस में 775 कमरे और 78 बाथरूम हैं। अगर कोई इस घर को एक महीने के लिए किराए पर लेना चाहे तो उसे 2.6 मिलियन पाउंड यानी 24 करोड़ रुपए देने होंगे।

बकिंघम पैलेस जैसे भव्य और विशाल महल को रोशन करने के लिए 40 हजार बल्बों का इस्तेमाल किया जाता है। इंग्लैंड के सबसे बड़े महलों में से एक बकिंघम पैलेस का गार्डन लंदन का सबसे बड़ा प्राइवेट गार्डन है।

बकिंघम पैलेस में कुल 1514 दरवाजे और 760 खिड़कियां हैं। इसके अलावा इसमें 350 से ज्यादा घड़ियां भी लगी हुई हैं। बता दें कि बकिंघम पैलेस का किला राज परिवार के सबसे बड़े पद ‘द क्राउन’ के नाम की संपत्ति है, जबकि स्कॉटलैंड का ‘बाल्मोरल कैसल’ एलिजाबेथ द्वितीय की निजी संपत्ति है।

क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय बकिंघम पैलेस में 70 साल रहीं। क्वीन के ताज को 2900 कीमती पत्थरों से सजाया गया था। इस ताज की कीमत करीब 4500 करोड़ रुपए है। इसमें भारत का कीमती हीरा कोहिनूर भी जड़ा हुआ है।