अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है। भारत समेत दुनिया के कई देश अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से सुरक्षित निकालने के लिए जुटे हुए हैं। हालांकि बीते दिनों काबुल एयरपोर्ट पर हुए बम ब्लास्ट से रेस्क्यू ऑपरेशन को झटका लगा था। लेकिन अब फिर से सबकुछ शुरू किया गया है।
इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार अफगानिस्तान से भारतीयों को वापस लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है जहां स्थिति ‘गंभीर’ है। तालिबान को लेकर भारत के रूख के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति ठीक नहीं हुई है, इसे ठीक होने दीजिए। आपको संयम रखना होगा।
पिछले सप्ताह तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राजनीतिक दलों के नेताओं को उस देश के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी। संसदीय सौंध में आयोजित इस बैठक में जयशंकर के अलावा राज्यसभा के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद थे।
बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया कि सरकार ने अफगानिस्तान से दूतावास के 175 कर्मियों, 263 अन्य भारतीय नागरिकों, हिन्दू एवं सिख समेत अफगानिस्तान के 112 नागरिकों, तीसरे देशों के 15 नागरिकों को बाहर निकाला।
विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार सभी भारतीयों को अफगानिस्तान से वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस बारे में सभी दलों के विचार समान हैं। हमने इस मुद्दे पर राष्ट्रीय एकता की भावना से बात की।