दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण से 50 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने इसमें सबसे ज्यादा कहर मचाया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, दुनिया में सबसे ज्यादा मौतों के लिए जिम्मेदार डेल्टा से सबसे ज्यादा मौतें अमेरिका में सामने आई है। अमेरिका में कोरोना से मौतों का आंकड़ा अब तक सात लाख से ऊपर पहुंच चुका है।
अमेरिका की स्थिति अभी जस की तस है। अमेरिका कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर रहा है। अमेरिका में वैक्सीनेशन के बावजूद पिछले एक हफ्ते में हर दिन 2000 लोगों की मौत हो रही है। कोरोनावायरस से होने वाली मौतों में अमेरिका इस समय पहले नंबर पर है।
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर के 19 फ़ीसदी केस सिर्फ अमेरिका से है जबकि 24 फ़ीसदी मौतें कोरोना से अमेरिका में हुई है। दुनिया में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट कुछ ज्यादा खतरनाक माना गया है। बता दें कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के कारण भारत में भी काफी तबाही मची थी।
हालांकि इन सबके बीच कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मामले 1,17, 625 के अपने सबसे उच्चतम स्तर से नीचे आ चुका है। इसके बावजूद अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना के इस वेरिएंट की वजह से संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। खबरों के मुताबिक, कोविड-19 से मौतों की संख्या को 25 लाख पहुंचने में 1 साल का समय लगा जबकि अगली 25 लाख मौतें सिर्फ 236 दिनों में ही हो गए।
जान्स हापकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में 108 दिन पहले यह आंकड़ा 6 लाख पहुंचा था। कोविड के डेल्टा वैरिएंट की वजह से अमेरिका में एक बार फिर से हालात बिगड़ रहे हैं। भारत में कोरोना की अभी दूसरी लहर चल रही है। अमेरिका में कोरोना संक्रमितों, अस्पताल में भर्ती होने वालों और मृतकों की संख्या बढ़ी है। इसके लिए वैक्सीन न लगवाने वालों को भी इस हालत के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है।